सर्दियों में गेहूं की पहली सिंचाई में सही उर्वरक देने से पैदावार कई गुना बढ़ती है और खेत कल्लों से भर जाते हैं.

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बुवाई के 18–25 दिन बाद पहली सिंचाई सबसे असरदार होती है. इससे जड़ें गहरी जाने लगती हैं और पौधा मजबूत बनता है.

पहले पानी के साथ उर्वरक मिलाना बेहद जरूरी है. यह शुरुआती वृद्धि को तेज करता है और पौधे को मजबूत शुरुआत देता है.

पहली सिंचाई में 30–35 किलो प्रति एकड़ यूरिया डालें. इससे पौधा तेजी से बढ़ता है और अधिक कल्ले बनते हैं.

मिट्टी में ज़िंक की कमी फसल की बढ़त रोक देती है. इसलिए 5–7 किलो जिंक सल्फेट प्रति एकड़ जरूर मिलाएं.

ये मिश्रण पौधे को शुरुआती ऊर्जा देता है, जिससे कल्ले तेजी से निकलते हैं और खेत घना होता है.

ध्यान रखें कि पानी जड़ क्षेत्र तक अच्छी तरह पहुंचे. उथली सिंचाई से पोषक तत्वों का सही उपयोग नहीं हो पाता.

सिंचाई के बाद हल्की गुड़ाई मिट्टी को भुरभुरा बनाती है और नमी को लंबे समय तक बनाए रखती है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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