अमरूद की पत्तियों में मौजूद टेनिन पेट के कीड़ों को नष्ट करता है और पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखता है.

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नीम में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं, जो बकरियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं.

सहजन में प्रोटीन और पोषक तत्व भरपूर होते हैं जो बकरियों की ग्रोथ तेजी से बढ़ाते हैं.

बांधकर चारा खिलाने वालों को नीम, सहजन और अमरूद की पत्तियां मिलाकर देना चाहिए ताकि संक्रमण न फैले.

नीम गिलोय बकरियों के बच्चों में रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है और मृत्यु दर को घटाता है.

ये देसी पत्तियां बकरियों की भूख बढ़ाने, पाचन सुधारने और चारा अच्छे से पचाने में मदद करती हैं.

देसी पत्तियां सस्ती, आसानी से उपलब्ध और प्रभावी हैं, जिससे इलाज का खर्च कम होता है और कमाई बढ़ती है.

स्वस्थ और तगड़ी बकरियों की बाजार में मांग ज्यादा होती है, जिससे बेहतर दाम मिलते हैं और मुनाफा बढ़ता है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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