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खुले में चराई करने से बकरियों को पूरी पोषण नहीं मिलता. हरा चारा, अनाज, मिनरल मिक्स और साफ पानी जरूरी हैं.
ज्वार, बाजरा, मक्का, चोकर, गेहूं का भूसा, सोयाबीन और मूंगफली की खली बकरी को ऊर्जा देती हैं और दूध उत्पादन बढ़ाती हैं.
बरसीम, नेपियर घास जैसे हरे चारे से बकरी का दूध दोगुना तक बढ़ सकता है. ये पोषण और वजन दोनों के लिए फायदेमंद हैं.
अजोला और सतावर जैसी जड़ी-बूटियां दूध की मात्रा और गुणवत्ता बढ़ाती हैं. अजोला में प्रोटीन ज्यादा होता है.
बकरी को दिन में कम से कम 3-4 बार ताजा और साफ पानी दें. गर्मियों में पानी में थोड़ा गुड़ मिलाना फायदेमंद है.
मिनरल मिक्स में कैल्शियम और फास्फोरस होना चाहिए. ये हड्डियों के विकास के साथ-साथ दूध की गुणवत्ता के लिए जरूरी हैं.
FMD, पॉक्स और एंटरोटॉक्सेमिया जैसी बीमारियों के टीके समय पर लगवाएं. साफ-सफाई और सही देखभाल से बकरी स्वस्थ रहती है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.