बकरी पालन कम लागत, तेज आमदनी और सही प्रबंधन के साथ यह व्यवसाय एक शानदार आय स्रोत बन गया है.

Photo Credit: Canva

जमुनापारी, बीटल, ब्लैक बंगाल जैसी नस्लें दूध और मांस दोनों के लिए बेहतरीन मानी जाती हैं. 

बकरियों के लिए हवादार और साफ जगह जरूरी है. वयस्क बकरी के लिए कम से कम 3.4 वर्ग मीटर खुला क्षेत्र होना चाहिए.

बकरा डेढ़ से दो साल में प्रजनन के लिए तैयार होता है. हर 1.5-2 साल में बकरा बदलना जरूरी है. 

कृत्रिम गर्भाधान (AI) से बेहतर नस्ल सुनिश्चित की जा सकती है. मेमने को जन्म के तुरंत बाद खीस पिलाएं. 

बकरियों को मक्का, गेहूं, जौ, मूंगफली और हरा चारा समय पर दें. दूध उत्पादन के हिसाब से दाना दें.

पी.पी.आर., एफ.एम.डी., एच.एस., ई.टी. और गोट पॉक्स के टीके समय पर लगाएं. 

बकरी को सीधे बाजार या व्यापारी को बेचें. त्योहारी सीजन में जैसे ईद और बकरीद पर मांग बढ़ने से बेहतर मुनाफा मिलता है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

Next: बकरियों के लिए सुपरफूड से कम नहीं ये मिक्सचर!