Photo Credit: Canva
किसानों का कहना है कि लौकी की फसल पर कीट और रोगों के हमले अधिक होते हैं. इससे पैदावार में गिरावट आ जाती है.
लेकिन अब किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. आज हम कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे के बारे में बात करने जा रहे हैं.
जिसे अपनाते ही लौकी की पैदावार बढ़ जाएगी. खास बात यह है कि इसके लिए ज्यादा खर्च भी नहीं करने की जरूरत है.
सभी लोगों के किचन से सब्जियों के अवशेष निकलते हैं. अधिकांश लोग इसे कचड़ा समझकर फेंक देते हैं.
लेकिन लोगों को मालूम होना चाहिए कि ये अवशेष कचरा नहीं बल्कि एक जैविक खाद है. बस किसानों को इसका सही इस्तेमाल करने आना चाहिए.
अगर किसान चाहें, तो इस अवशेष को प्राकृतिक पीला घोल बनाकर खाद के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
इस घोल को लौकी की बेल पर छिड़कने पर कुछ ही दिनों में बेल पर बड़ी, हरी और ताजी लौकियां दिखने लगेंगी.
नीम की पत्तियां, 8 से 10 कनेर के पत्ते, लहसुन की 10 कलियां, 4 से 5 हरी मिर्च और 1 चम्मच हल्दी पाउडर का मिश्रण तैयार कर लें.
इसके बाद 2 लीटर पानी मिला दें. फिर मिश्रण को 24 घंटे ढककर छोड़ दें. इसके बाद देसी दवाई तैयार हो गई.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.