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इसका मकसद पूरे देश में ‘एक राष्ट्र, एक कृषि बाजार’ की सुविधा देना है ताकि किसान को किसी एक मंडी पर निर्भर न रहना पड़े.
ई-नाम पोर्टल से किसान अपनी उपज को घर बैठे ऑनलाइन बेच सकते हैं, जिससे समय और मेहनत दोनों की बचत होती है.
ऑनलाइन बोली प्रणाली के चलते किसान को उसकी उपज का सही और प्रतिस्पर्धी दाम मिलता है.
ई-नाम पोर्टल से किसान अपनी उपज को देश के किसी भी कोने में बैठे खरीदार को बेच सकते हैं.
किसान अपने राज्य की मंडी या ई-नाम वेबसाइट पर जाकर आसानी से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.
ई-नाम की मदद से किसानों को बिचौलियों की जरूरत नहीं पड़ती, जिससे उन्हें सीधा फायदा मिलता है.
ई-नाम पोर्टल खेती को डिजिटल और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिससे कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाया जा रहा है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.