काले नमक में मौजूद सल्फर पाचन एंजाइमों को सक्रिय करता है, जिससे गैस, अपच और पेट फूलने जैसी समस्याएं दूर होती हैं.

PC: Canva

यह चयापचय को तेज करता है और भूख को नियंत्रित करता है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है.

इसमें सोडियम की मात्रा कम होती है, जो हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में सहायक होती है.

सीमित मात्रा में इसका सेवन हाई ब्लड प्रेशर वालों के लिए लाभकारी हो सकता है.

काले नमक की क्षारीय प्रकृति पेट की अतिरिक्त एसिडिटी को संतुलित करती है.

यह शरीर को डिटॉक्सीफाई करने वाले ड्रिंक्स में इस्तेमाल होता है, जो शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है.

थायरॉइड व डायबिटीज के मरीजों के लिए यह नमक सुरक्षित और उपयोगी माना जाता है.

यह आयरन, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे मिनरल्स से भरपूर होता है, जो शरीर का संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

Next: हार्ड वाटर से चेहरा धोने से क्या होता है?