हर किडनी पेशेंट की समस्या अलग होती है. किसी को पेशाब कम होती है, किसी को सूजन होती है. 

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अगर पेशाब सामान्य आ रही है, तो आमतौर पर दिनभर में 1 से 1.5 लीटर पानी पीना पर्याप्त होता है.

अगर पेशाब कम हो रही हो, तो ज्यादा पानी पीना खतरनाक हो सकता है. इससे शरीर में पानी जमा हो सकता है.

कमजोर किडनी ज्यादा पानी फिल्टर नहीं कर पाती, जिससे शरीर में सूजन, सांस लेने में तकलीफ और हार्ट फेल का खतरा हो सकता है.

वजन, ब्लड प्रेशर, पेशाब की मात्रा और रिपोर्ट्स के आधार पर डॉक्टर ही तय कर सकते हैं कि कितना पानी सुरक्षित है.

अगर पैरों या चेहरे पर सूजन आ जाए या वजन तेजी से बढ़े, तो ये संकेत हैं कि शरीर में पानी जमा हो रहा है. 

डायलिसिस पर रहने वालों को आमतौर पर रोज सिर्फ 700 ml तक पानी की अनुमति होती है.

दूध, जूस, चाय, सूप, और फल जैसे तरबूज आदि भी तरल मात्रा में गिने जाते हैं. इनकी मात्रा का भी ध्यान रखें.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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