बरसात के मौसम में आम जल्दी सड़ने लगते हैं और इनमें बैक्टीरिया पनप सकता है, जिससे पेट की समस्या हो सकती है.

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आम में विटामिन A, C, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं.

आम की तासीर गर्म होती है. ज्यादा मात्रा में खाने से शरीर में गर्मी बढ़ती है, जिससे मुंह में छाले या पेट की जलन हो सकती है.

आम को पानी में 30 मिनट तक भिगोकर खाने से उसकी गर्म तासीर कम होती है और पाचन आसान होता है.

शाम के बाद आम खाने से पाचन धीमा हो जाता है और यह गैस, अपच या वजन बढ़ने का कारण बन सकता है.

नमी भरे मौसम में आम पर फंगस या बैक्टीरिया जल्दी पनपते हैं, जिससे फूड पॉइजनिंग या डायरिया हो सकता है.

एक दिन में एक आम से ज्यादा नहीं खाना चाहिए. ज्यादा आम खाने से ब्लड शुगर और कैलोरी बढ़ सकती है.

मानसून में आम खरीदते समय उसकी ताजगी और छिलके की जांच जरूर करें. कटे-फटे या गले हुए आम न खाएं.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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