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गेहूं में मौजूद ग्लूटेन डायबिटीज के मरीजों के लिए ब्लड शुगर लेवल को अचानक बढ़ा सकता है.
लगातार ज्यादा गेहूं की रोटी खाने से पेट भारी रहता है और पाचन तंत्र गड़बड़ा सकता है.
इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट तेजी से फैट स्टोर करते हैं, जिससे वजन बढ़ने लगता है.
गेहूं की रोटी खाने के बाद शरीर सुस्त महसूस कर सकता है और नींद भी ज्यादा आने लगती है.
सिर्फ गेहूं की रोटी पर निर्भर रहने से शरीर को अन्य अनाजों के जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते.
गेहूं देर से पचता है, जिससे गैस और एसिडिटी जैसी समस्याएं होने लगती हैं.
रोज सिर्फ गेहूं खाना डाइट को एकतरफा बना देता है और न्यूट्रिशनल डाइवर्सिटी कम करता है.
गेहूं में रागी, बाजरा, मक्का या जौ मिलाकर मल्टीग्रेन रोटी खाने से सेहतमंद संतुलन बना रहता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.