डायबिटीज के मरीजों को केले से परहेज करना चाहिए क्योंकि इसमें प्राकृतिक शुगर और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है.

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एक मीडियम साइज केले में लगभग 29 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है, जो डायबिटिक शरीर में ब्लड शुगर तेजी से बढ़ा सकता है.

केला ग्लाइसेमिक इंडेक्स स्कोर 56 से 69 के बीच रखता है, जो मध्यम श्रेणी में आता है और ब्लड शुगर तेजी से बढ़ाता है.

डायबिटीज में शरीर में इंसुलिन का निर्माण या उपयोग सही तरीके से नहीं हो पाता, जिससे केला खाने के बाद शुगर कंट्रोल नहीं हो पाता.

केले में मौजूद नैचुरल शुगर शरीर में तेजी से ग्लूकोज में बदलती है, जिससे ब्लड शुगर अचानक बढ़ सकता है.

डायबिटिक मरीजों के लिए सबसे जरूरी है शुगर लेवल का नियंत्रण, और केला इसे बिगाड़ सकता है.

डायबिटीज में ऐसे फल खाएं जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो, जैसे सेब, नाशपाती, या बेरीज न कि केला.

अगर आप डायबिटिक हैं, तो कोई भी फल खासकर केला खाने से पहले अपने डॉक्टर या डाइटीशियन की सलाह जरूर लें.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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