मानसून में गरमागरम भुट्टा खाने का मजा तो अलग ही होता है, लेकिन यह हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं होता.

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भुट्टे में शुगर और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होती है, जो ब्लड शुगर बढ़ा सकती है.

हाई फाइबर के कारण भुट्टा पाचन के लिए अच्छा है, लेकिन गैस, पेट फूलना या IBS वाले लोगों के लिए ये दिक्कत बढ़ा सकता है.

कुछ लोगों को मक्के से एलर्जी हो सकती है, जिससे त्वचा पर रैश, सूजन या सांस लेने में परेशानी हो सकती है. 

भुट्टा कैलोरी और कार्ब्स से भरपूर होता है, जो वजन कम करने वालों की डाइट को प्रभावित कर सकता है.

भुट्टे में पोटैशियम और फॉस्फोरस होता है, जो किडनी पर अतिरिक्त दबाव डालकर स्वास्थ्य बिगाड़ सकता है.

ज्यादा नमक या मक्खन के साथ भुट्टा खाने से सोडियम और फैट की मात्रा बढ़ती है, जो हार्ट पेशेंट के लिए खतरनाक हो सकता है.

भुट्टे में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है और कब्ज जैसी समस्या को कम करने में मदद करता है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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