किसानों के लिए असली और नकली खाद की पहचान करना बेहद जरूरी है. नकली उर्वरक फसल को नुकसान पहुंचाते हैं.

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असली डी.ए.पी. के दाने सख्त होते हैं और इन्हें नाखून से तोड़ा नहीं जा सकता. तवे पर गर्म करने पर ये फूल जाते हैं.

असली यूरिया के दाने सफेद और चमकदार होते हैं. यह पानी में पूरी तरह घुलकर ठंडक देता है और गर्म करने पर पिघलता है.

इसके दाने भूरा या काला रंग लिए होते हैं और नाखून से तोड़ना मुश्किल होता है. तवे पर गर्म करने पर ये फूलते नहीं हैं.

असली पोटाश सफेद और चमकदार होता है. पानी में डालने पर ये आपस में नहीं चिपकता है.

नकली जिंक सल्फेट में अक्सर मैग्नीशियम सल्फेट मिलाया जाता है, जो असली की तरह अवशेष नहीं बनाता. 

असली जिंक सल्फेट कास्टिक घोल में डालने पर सफेद और मटमैला अवशेष छोड़ता है.

सही उर्वरक चुनने से न केवल फसल की पैदावार बढ़ती है बल्कि मिट्टी की उर्वरता भी सुरक्षित रहती है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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