जुलाई-अगस्त के महीनों में मुंहपका और खुरपका रोग तेजी से फैलता है, खासकर जब वातावरण नम और गीला हो.

PC: Canva

इस बीमारी से पशुओं की भूख कम हो जाती है, दूध उत्पादन घटता है और कई बार पशु की जान तक चली जाती है.

इससे बचाव के लिए ज्यादा पैसे की नहीं, जागरूकता और समय पर टीकाकरण की जरूरत होती है.

सरकार साल में दो बार फ्री में MFD का टीका लगाती है. पशुपालकों को इस सुविधा का लाभ जरूर लेना चाहिए.

टीकाकरण के 10-15 दिनों बाद पशु में रोग से लड़ने की ताकत बनने लगती है, जिससे संक्रमण का खतरा घटता है.

पशु को समय पर टीका लग सके इसके लिए रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है. साथ ही, कान में टैग भी लगवाएं.

पशुओं के रहने की जगह गीली, गंदी या कीचड़ भरी न हो. साफ और सूखे वातावरण में रोग फैलने की आशंका कम होती है.

अगर पशु के मुंह, खुर या थनों में छाले या लार आना दिखे तो तुरंत नजदीकी पशु चिकित्सक से संपर्क करें.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

Next: कम लागत में जबरदस्त मुनाफा देती है बकरी की ये नस्ल!