गर्मी के मौसम में बकरियों को लू लगने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे उनकी सेहत और उत्पादकता पर असर पड़ता है.  

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बकरियों में लू लगने पर शरीर का तापमान तेजी से बढ़ने लगता है और तेज बुखार होता है, जिससे बेचैनी बढ़ती है.  

लू लगने पर बकरी के मुंह से लार टपकने लगती है. इसके साथ ही वह खुले मुंह से तेज सांसें लेने लगती है.  

लू लगने से बकरियां खाने-पीने में रुचि खो देती हैं. इसके अलावा वह बार-बार पानी पीने की कोशिश करती हैं.  

बकरियों में लू लगने पर पेशाब रुक सकता है या बहुत कम हो सकता है. साथ ही दिल की धड़कन भी तेज हो जाती है.  

लू लगने की स्थिति में बकरी का पेट फूल सकता है और उसकी सुस्ती बढ़ जाती है, जिससे स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ता है.  

बकरियों को लू से बचाने के लिए उन्हें छायादार या हवादार स्थान पर रखें. इसके साथ ही तापमान को नियंत्रित रहे.  

बकरियों को खनिज मिश्रण युक्त आहार दें और सुबह या देर शाम चराई करें, जब तापमान कम हो.  

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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