PC: Canva
तुलसी में आने वाली मंजरी को समय-समय पर हटा दें. इससे पौधे की ग्रोथ रुकेगी नहीं और पत्तियां ताजी निकलेंगी.
मंजरी को हाथों से निकालें और भगवान कृष्ण को अर्पित करें. नाखून या कैंची से न तोड़ें. यह धार्मिक दृष्टि से अशुभ है.
निकाली गई मंजरी को कपड़े में बांधकर सुरक्षित रखें, गमले में डालें या नदी में प्रवाहित करें. इससे धार्मिक लाभ मिलता है.
अगर पौधा लंबा-लंबा बढ़ रहा है, तो टहनियों की छटाई करें. इससे नीचे से नई हरी टहनियां निकलेंगी और पौधा घना होगा.
हर 15 दिन में तुलसी को हल्की खाद दें और मिट्टी की गुड़ाई करते रहें. इससे जड़ें मजबूत होंगी और पौधा तेजी से बढ़ेगा.
उबली हुई चाय की पत्ती का पानी तुलसी में डालने से पत्तियां हरी रहती हैं और पौधा तंदरुस्त रहता है.
तुलसी को हमेशा ऐसी जगह रखें जहां हल्की धूप और पर्याप्त हवा मिले. यह उसके विकास के लिए सबसे जरूरी है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.