PC: Canva
तालाब बनाने से पहले मिट्टी की जांच कराएं. मिट्टी की गुणवत्ता पानी को रोकने और मछलियों की सेहत बनाए रखने में मदद करती है.
रेतीली या सीपेज वाली मिट्टी में पानी नहीं टिकता. ऐसे में दोमट मिट्टी मछली पालन के लिए सबसे बेहतर मानी जाती है.
चाहे तालाब नया हो या पुराना, बीज डालने से पहले कीटाणु और गंदगी जरूरी हटाएं.
बारिश पर निर्भर न रहें. ट्यूबवेल, नहर या किसी जल सोर्स की व्यवस्था रखें, ताकि जरूरत पड़ने पर तालाब में पानी डाला जा सके.
पुराने तालाब को अच्छी तरह सूखा कर, चूना डालकर और खाद मिलाकर दोबारा उपयोग में लाया जा सकता है.
चूना और गोबर खाद डालने से पानी में पोषक तत्व उत्पन्न होते हैं, जो मछलियों की वृद्धि के लिए आवश्यक होते हैं.
तालाब तैयार करने के चार दिन बाद ही उसमें मछलियों का बीज डालें. इससे पानी में संतुलन बना रहेगा.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.