गीली या कीचड़भरी जगह पर बांधने से खुरपका-मुंहपका का खतरा बढ़ता है. हमेशा पशुओं को सूखी और हवादार जगह पर बांधें.

PC: Canva

अगर मवेशियों के पैर गीले हो जाएं तो उन्हें तुरंत कपड़े से सुखाएं. लगातार नमी से पैरों में घाव हो सकते हैं.

भीगा या सड़ा हुआ चारा गलघोंटू जैसी गंभीर बीमारी फैला सकता है. हमेशा ताजा, सूखा और साफ चारा ही खिलाएं.

बारिश में भीगने पर सर्दी, न्यूमोनिया और ब्रोंकाइटिस का खतरा रहता है. पशु भीगें तो तुरंत पोंछें और उन्हें गर्म स्थान पर रखें.

बछड़े कमजोर होते हैं और उन्हें जल्दी संक्रमण लग सकता है. उन्हें अलग, साफ और गर्म स्थान पर रखें.

अत्यधिक हरे चारे से दस्त या गैस की दिक्कत हो सकती है. यूरिया-मोलासिस ट्रीटमेंट वाला चारा फायदेमंद होता है.

हवादार बाड़ा नमी और संक्रमण को फैलने से रोकता है. बाड़े की नियमित सफाई करें और हवा का अच्छा प्रवाह बनाए रखें.

अगर कोई पशु सुस्त हो, कम खाए या बार-बार बैठता उठता हो, तो तुरंत पशु चिकित्सक की सलाह लें.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

Next: कम लागत में जबरदस्त मुनाफा देती है बकरी की ये नस्ल!