फिशिंग लाइन ही असली कड़ी होती है मछली और आपकी मेहनत के बीच. कमजोर या गलत लाइन से मछली टूटकर भाग जाती है.

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मीठे पानी में 6–12 पाउंड की मोनोफिलामेंट लाइन सही रहती है. समुद्री फिशिंग में 10–12 पाउंड की मजबूत लाइन चुनें.

फिशिंग लाइन का "टेस्ट" उसके भार वहन की क्षमता दर्शाता है. अगर मछली 4 किलो की है, तो 5–6 किलो की टेस्ट लाइन लें.

बहुत मोटी लाइन मछली को अलर्ट कर देती है. इससे वह चारा नहीं पकड़ती और पूरा प्रयास बेकार हो सकता है.

नई शुरुआत कर रहे हैं तो हल्के रॉड और लाइन से ट्राई करें. इससे थकान कम होगी और पकड़ने का मजा ज्यादा आएगा.

अगर समुद्र में बड़ी मछली पकड़ने का प्लान है, तो रॉड, लाइन और रील सब भारी चुनें ताकि मछली टूटकर भाग न जाए.

हल्की लाइन से थ्रो करना आसान होता है. इससे आप ज्यादा दूरी तक चारा पहुंचा सकते हैं और मछली पकड़ने के चांस बढ़ते हैं.

फिशिंग लाइन, रॉड, रील और पानी सभी का संतुलन बना कर ही सही फिशिंग हो पाती है. 

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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