अगर आप भी मछली पालन से अच्छी कमाई करना चाहते हैं, तो सिर्फ बीज डालना ही काफी नहीं. 

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मछलियों की सही देखभाल, पानी और भोजन का संतुलन ही तय करता है कि आपकी मेहनत सोना बनेगी या नहीं.

मछली बीज को सीधे तालाब में डालना सबसे बड़ी गलती है. पहले 3–6 महीने तक उन्हें नर्सरी में रखें.

नर्सरी में सरसों की खली और चावल के छिलके का चूरा खिलाएं. इससे बीजों की ग्रोथ होती है.

मछलियों के लिए पानी की गुणवत्ता सबसे अहम है. समय-समय पर तालाब में गोबर की खाद और गुड़ का घोल डालें.

एक साथ अधिक चारा डालने से पानी खराब हो जाता है. मछलियों को सुबह-शाम उतना ही आहार दें, जितना वे 15 मिनट में खा लें.

सरसों की खली, सोयाबीन पाउडर, चावल का भूसा और मक्का चूर्ण का मिश्रण सबसे बेहतरीन होता है.

खुले या प्राकृतिक तालाबों में रोहू, कतला और नैनी की ब्रीड सबसे अच्छी रहती है. ये 18 महीने में 2 किलो तक वजन बढ़ा लेती हैं.

मछली पालन पर कई राज्य सरकारें सब्सिडी देती हैं. बीज, चारा और उपकरणों पर छूट मिलती है.

सही देखभाल और प्रबंधन से 1 एकड़ तालाब से सालाना ₹3–4 लाख तक की कमाई की जा सकती है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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