इस साल महालया अमावस्या 21 सितंबर को है. यह पितृ पक्ष के समापन और शक्ति पक्ष के प्रारंभ का संकेत है.

Photo Credit: Canva

महालया का अर्थ है “महान निवास.” यह पूर्वजों की विदाई और माता दुर्गा के पृथ्वी पर आगमन का प्रतीक माना जाता है.

अमावस्या तिथि सुबह 12:16 से शुरू होकर 22 सितंबर को सुबह 1:23 बजे तक रहती है.

कुतुप मुहूर्त: 11:50–12:38 बजे, रोहिणी मुहूर्त: 12:38–1:27 बजे, अपराह्न काल: 1:27–3:53 बजे.

पश्चिम बंगाल में महालया अमावस्या नवरात्रि और दुर्गा पूजा उत्सव की शुरुआत का प्रतीक है.

दक्षिण दिशा की ओर तिल और जौ डालकर जल तर्पण करें. ब्राह्मणों को भोजन कराएं और दान-दक्षिणा दें.

केले के पत्ते पर गाय, देवी-देवता, कौए, कुत्ते और चींटियों के लिए भोजन अर्पित करें.

नदी किनारे, घर में और पीपल के पास तेल का दीपक जलाएं. यह नकारात्मकता दूर करने में मदद करता है.

किसी का दिल न दुखाएं, मन में द्वेष न रखें, घर साफ-सुथरा रखें और पूर्वजों से क्षमा माँगें.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

Next: गाय-भैंस नहीं, ये नया पालन कराएगा बंपर कमाई!