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धान कटाई करने के बाद किसानों ने सरसों की बुवाई शुरू कर दी है. लेकिन कई ऐसे किसान हैं, जो उन्नत किस्मों को लेकर असमंजस में हैं.
लेकिन अब ऐसे किसानों की चिंता करने की जरूरत नहीं है. क्योंकि आज मैं सरसों की उन्नत किस्मों के बारे में बात करने जा रहा हूं.
जिसकी बुवाई करने पर बंपर पैदावार होगी. खास बात यह है कि इन किस्मों की सिंचाई भी कम करनी पड़ती है.
यानी कम खर्च में ज्यादा पैदावार होगी. बस इसके लिए किसानों को वैज्ञानिक तरीके से खेती करनी होगी.
सरसों की खेती के लिए 15 से 25 डिग्री तापमान सबसे उपयुक्त है और बलुई दोमट मिट्टी इसमें सबसे बेहतर परिणाम देती है.
सरसों की खेती के लिए सबसे पहले खेत की अच्छी जुताई और पाटा लगाना जरूरी है.
बीज बोने के लिए सामान्य खेत में प्रति एकड़ 2 किलोग्राम बीज डालना चाहिए. प्रति एकड़ लगभग 15 से 20 क्विंटल उपज मिलेगी.
बीज की मात्रा सरसों की किस्म और अवधि पर भी निर्भर करती है, इसलिए बोवाई से पहले कृषि विशेषज्ञ की सलाह लेना जरूरी है.
किसान पूसा अग्रणी, पूसा तारक, पूसा सरसों 25, 27, 28 जैसी उन्नत किस्मों का चयन कर सकते हैं.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.