Photo Credit: Canva
सोनाली मुर्गी रोड आइलैंड रेड और देसी लेघॉर्न नस्लों का मिश्रण है. दिखने में पूरी तरह देसी लगती है.
सोनाली मुर्गी सिर्फ 2-3 महीने में 1.5–2 किलो वजन तक पहुंच जाती है. सोनाली मुर्गी तेजी से बाजार लायक हो जाती है.
इस मुर्गी को महंगे चारे की जरूरत नहीं. किसान खेत का बाकी अनाज, किचन-वेस्ट और देसी चारा भी इसके दे सकते हैं.
तेज गर्मी, ठंड या बरसात—सोनाली मुर्गी सभी मौसम झेल लेती है. इसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अच्छी होती है.
एक सोनाली मुर्गी साल में 180–200 अंडे दे देती है. देसी अंडों की बाजार कीमत 8–12 रुपये तक मिलती है.
सोनाली मुर्गी का रंग, आकार और स्वाद ग्राहकों को पसंद आता है, इसलिए यह आसानी से 250–500 रुपये तक बिकती है.
50–100 चूजों से शुरुआत करना बहुत आसान है. बड़े शेड या महंगे सेटअप की जरूरत नहीं.
यदि कोई किसान 100 चूजों का बैच पालता है, तो सिर्फ 4 महीनों में 60,000 से 1 लाख रुपये तक कमा सकता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.