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छोटे आकार, तेज विकास और ऊंची मार्केट डिमांड के कारण यह बिज़नेस तेजी से बढ़ रहा है.
तीतर पालन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे बहुत कम जगह में शुरू किया जा सकता है.
एक छोटे से शेड में 4–5 तीतर रखकर शुरुआत कर सकते हैं और धीरे-धीरे यूनिट बढ़ा सकते हैं.
तीतर का वजन कम होने की वजह से दाने की खपत बहुत कम होती है. आवास, दाना और देखभाल पर खर्च कम आता है.
तीतर का मीट बेहद स्वादिष्ट और पौष्टिक माना जाता है. यही कारण है कि इसकी मार्केट में लगातार मांग बनी रहती है.
वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के कारण तीतर का शिकार प्रतिबंधित है, लेकिन पालन पूरी तरह कानूनी है.
इसके लिए लाइसेंस लेना होता है, जिसे पाने के बाद आप आराम से यूनिट चला सकते हैं.
मादा तीतर सिर्फ 45–50 दिनों में अंडे देना शुरू कर देती है. 60–70 दिनों के बीच अंडे सबसे ज्यादा मिलते हैं.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.