धार्मिक मान्यता है कि केले की उत्पत्ति एक श्राप के कारण हुई थी, इसलिए भगवान शिव को इसे अर्पित नहीं किया जाता.

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नारियल को माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. इसे शिवलिंग पर चढ़ाना अशुभ माना गया है क्योंकि यह वैष्णव परंपरा से जुड़ा है.

लोकमान्यताओं के अनुसार जामुन को पूरी तरह से शुद्ध नहीं माना जाता, इसलिए शिव पूजा में इसका उपयोग वर्जित है.

पूरे अनार को शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए, लेकिन उसके रस से अभिषेक किया जा सकता है. यह शुद्धता और प्रक्रिया का मामला है.

शिवलिंग पर सेब चढ़ाना पूर्णतः मान्य है. यह फल शुद्ध और सात्विक माना जाता है और भगवान शिव को पसंद भी है.

बेर को शिव जी अत्यंत प्रिय मानते हैं. इसे चढ़ाने से वे प्रसन्न होते हैं और साधक को विशेष फल की प्राप्ति होती है.

अनार का रस अगर सही तरीके से शुद्ध होकर तैयार किया जाए तो इससे शिवलिंग का अभिषेक करना शुभ माना जाता है.

कोई भी फल चढ़ाने से पहले उसकी उत्पत्ति, धार्मिक मान्यता और शुद्धता को ध्यान में रखना जरूरी है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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