साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 21 सितंबर 2025 को रात 11 बजे से सुबह 3:23 बजे तक रहेगा. 

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इस दिन पितृपक्ष का समापन भी हो रहा है. यह अमावस्या सर्व पितृ अमावस्या के नाम से जानी जाती है. 

सूर्य ग्रहण कन्या राशि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में लग रहा है. ग्रहण के समय सूर्य और बुध का योग बुधादित्य राजयोग बनाता है. 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह योग शक्ति, बुद्धिमत्ता और प्रभावी निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाता है.

ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका, अफ्रीका, हिंद महासागर, अटलांटिक महासागर और न्यूजीलैंड के कुछ हिस्सों में ग्रहण देखा जा सकेगा.

भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल, अफगानिस्तान और यूएई में यह सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा. 

साल का यह सूर्य ग्रहण पितृपक्ष की अमावस्या पर पड़ रहा है, जिससे धार्मिक दृष्टि से इसे अत्यंत शुभ माना जाता है. 

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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