Photo Credit: Canva
अभी भी बिहार सहित कई राज्यों में बकरी पालन के मुकाबले किसान गाय और भैंस पालन में ज्यादा दिलचस्पी ले रहे हैं.
लोगों को बकरी पालन करने में शर्मिंदगी महसूस होती है. लेकिन लोगों को मालूम होना चाहिए बकरी पालन कोई छोटा काम नहीं है.
अब यह एक बिजनेस का रूप ले लिया है. यानी बकरी पालन से किसान लाखों रुपये की कमाई कर सकते हैं.
इसके लिए किसानों को केवल उन्नत नस्ल की बकरियों का चुनाव करना होगा. साथ ही इसकी देखरेख अच्छी तरह से करनी होगी.
छोटे और सीमांत किसानों के लिए जमुनापारी बकरी का पालन करना बेस्ट रहेगा. यह बकरी दूध और मांस दोनों के लिए बेहतर है.
अगर किसान इसका पालन करते हैं, मांस बेचने के साथ-साथ दूध से भी अच्छी कमाई कर सकते हैं.
ऐसे एक्सपर्ट का भी कहना है कि ‘जमुनापारी’ बकरी दूध उत्पादन के लिए बहुत अच्छी नस्ल है.
जमुनापारी बकरी की खासियत के बारे में बात करें तो यह लंबे कानों वाली होती है. यह रोज लगभग 2 से 2.5 लीटर दूध देती है.
जमुनापारी बकरी का दूध कई बीमारियों के इलाज में भी काम आता है. कहा जाता है कि इसका दूध सेवन करने से डेंगू के मरीजों को काफी राहत मिलती है.
ऐसे जमुनापारी बकरी का वजन सामान्य बकरियों से ज्यादा होता है. यह अपने पूरे जीवन में लगभग 12 से 14 बच्चों को जन्म दे सकती है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.