डेयरी फार्मिंग शुरू करने से पहले सही नस्ल, उम्र और स्वास्थ्य वाले पशु चुनें, ताकि मुनाफा ज्यादा हो.

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सामने पतला और पिछला चौड़ा हिस्सा, छोटे पैर, चमकदार त्वचा और थन पूर्ण विकसित होना जरूरी है.

उभरी, टेढ़ी-मेढ़ी दुग्ध शिराएं अधिक दूध की गारंटी देती हैं. दोहन के बाद थन सिकुड़ना चाहिए.

दूसरे-तीसरे ब्यांत की गाय-भैंस चुनें, आदर्श रूप से एक माह ब्याही और बच्चे वाली.

निचले जबड़े में चार जोड़े स्थायी दांत होते हैं, जिससे नई और पुरानी गाय में अंतर करना आसान होता है.

सींगों के छल्ले, हड्डियों की मजबूती और त्वचा की लोच से पशु की उम्र और स्वास्थ्य का पता चलता है.

गर्भ जांच पशु चिकित्सक से करवाएं और थनों में गांठ या सूजन न हो यह सुनिश्चित करें.

ओवरफीडिंग, चासनी या इंजेक्शन देकर दूध बढ़ाने वाले व्यापारियों से सतर्क रहें; दोहन का रिकॉर्ड देखें.

सरकारी फार्म या प्रमाणित पशु से खरीदारी प्राथमिकता दें, जिससे जन्म और उत्पादन का पूरा इतिहास मिले.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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