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इनके सेवन से सेहत बिगड़ सकती है. लेकिन आप कुछ आसान तरीकों से असली और नकली रसगुल्ले में फर्क कर सकते हैं.
असली रसगुल्ला हल्के सफेद रंग का होता है, जबकि नकली रसगुल्ला पीला या ग्रे टोन लिए दिख सकता है.
असली रसगुल्ला नर्म और स्पंजी होता है, वहीं नकली अक्सर सख्त या दानेदार होता है.
असली रसगुल्ला दबाने पर सिकुड़कर फिर फैल जाता है, जबकि नकली दबाने पर टूट या फट सकता है.
असली रसगुल्ले से दूध और छेना की प्राकृतिक खुशबू आती है, जबकि नकली से कृत्रिम सुगंध या खराब गंध आ सकती है.
असली रसगुल्ले का रस हल्का, पारदर्शी और संतुलित मिठास वाला होता है. नकली रस अक्सर गाढ़ा और चिपचिपा लगता है.
असली रसगुल्ले का स्वाद मुलायम और दूधिया होता है. नकली का स्वाद कृत्रिम, ज्यादा मीठा या कड़वा लग सकता है.
असली रसगुल्ले की सतह चिकनी और चमकदार होती है, जबकि नकली की सतह पर दरारें और खुरदरापन दिख सकता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.