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विशेषज्ञों के अनुसार, नवंबर ठंड की शुरुआत का समय है. इस मौसम में आलू और मटर की फसलें तेजी से पनपती हैं.
भारत में आलू हर घर की जरूरत है. नवंबर में बुवाई करने पर फरवरी तक फसल तैयार हो जाती है.
रेतीली दोमट मिट्टी में आलू की पैदावार सबसे अच्छी होती है. खेत की मिट्टी भुरभुरी और जल निकास वाली होनी चाहिए.
एक एकड़ आलू की खेती में ₹30–35 हजार लागत आती है, जबकि उत्पादन 80–100 क्विंटल तक होता है.
कुफरी बादशाह, कुफरी आनंद और कुफरी ज्योति किस्में उच्च उपज और बेहतर गुणवत्ता के लिए किसानों के ब लोकप्रिय हैं.
मटर नवंबर में बोई जाए तो फरवरी-मार्च में तैयार हो जाती है. यह ताजा, सूखी और प्रोसेस्ड तीनों रूपों में बिकती है.
1 एकड़ में ₹20,000 की लागत से 25–30 क्विंटल मटर उत्पादन संभव है. इससे ₹90,000 तक की कमाई कर सकते हैं.
आलू-मटर की फसल को अगर 1 एकड़ में आधा-आधा हिस्सा दिया जाए, तो किसान ₹2 लाख तक का मुनाफा कमा सकते हैं.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.