ट्रैक्टर सिर्फ मिट्टी जोतने का औजार नहीं, बल्कि किसान की मेहनत का साथी है. 

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सही विकल्प चुनने से समय, ईंधन और पर्यावरण का भी सही उपयोग होता है.

इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर ध्वनि और वायु प्रदूषण को कम करता है, जिससे खेत में काम करने वालों का स्वास्थ्य सुरक्षित रहता है.

इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर में तेल और फिल्टर बदलने का खर्च नहीं आता, चार्जिंग की लागत भी कम होती है.

एक बार चार्ज करने पर इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर केवल कुछ घंटों तक काम कर सकता है, बड़े खेतों में यह चुनौती बन सकता है.

डीजल ट्रैक्टर में अधिक हॉर्सपावर होती है, भारी जुताई, ट्रॉली खींचना और कटाई आसानी से की जा सकती है.

डीजल ट्रैक्टर के लिए ईंधन और सर्विसिंग हर जगह उपलब्ध है, जिससे काम में लगातारता बनी रहती है.

डीजल ट्रैक्टर शोर करता है और धुआं छोड़ता है, जो वायु प्रदूषण का बड़ा कारण बनता है.

छोटे खेत, पर्यावरण और चार्जिंग सुविधा वाले किसान इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर, जबकि बड़े खेतों के लिए डीजल ट्रैक्टर चुन सकते हैं.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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