ट्रैक्टर की सर्विसिंग से लेकर गियर और टायर प्रेशर तक, छोटी–छोटी बातों का परफॉर्मेंस पर बड़ा असर पड़ता है. 

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ऐसे में अगर आप सही तरीके अपनाएं तो आपका ट्रैक्टर कम डीजल में भी ज्यादा काम करेगा.

हर 250 घंटे बाद इंजन ऑयल, एयर फिल्टर और डीजल फिल्टर बदलवाना बेहद जरूरी है. इससे इंजन स्मूथ चलता है.

कम या ज्यादा हवा होने पर इंजन को दोगुना जोर लगाना पड़ता है, जिससे डीजल ज्यादा जलता है. 

गलत गियर में ट्रैक्टर चलाने से इंजन पर अनचाहा दबाव आता है. भारी कामों में कम RPM और ज्यादा टॉर्क वाले गियर चुनें. 

ट्रैक्टर की क्षमता से ज्यादा भारी औजार लगाने से इंजन पर ज्यादा लोड आता है. औजार हमेशा हॉर्सपावर के अनुसार चुनें. 

माइलेज के लिए बैलेंस स्पीड हमेशा फायदेमंद होती है. हर काम—जुताई, बुवाई या ट्रॉली खींचने की अपनी स्पीड होती है. 

सर्दियों में ट्रैक्टर स्टार्ट करते ही भारी काम न कराएं. 2–3 मिनट इंजन को गर्म होने दें ताकि ऑयल सही से सर्कुलेट हो सके. 

गियरबॉक्स, ब्रेक और मशीनरी के मूविंग पार्ट्स को समय-समय पर लुब्रिकेट करना जरूरी है. 

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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