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अगर सही देखभाल और देसी उपाय न किए जाएं, तो दूध उत्पादन तेजी से गिर सकता है.
सर्दियों में शरीर को गर्म रखने के लिए पशुओं को ज्यादा ऊर्जा चाहिए, लेकिन ठंड के कारण उनकी भूख कम हो जाती है.
ठंड में पाचन धीमा पड़ जाता है, जिससे पोषक तत्व सही से नहीं मिलते और दूध उत्पादन कम होने लगता है.
सरसों की खली पशुओं के शरीर को अंदर से गर्म रखती है और ठंड के असर को काफी हद तक कम कर देती है.
इसमें प्रोटीन, वसा, कैल्शियम, फास्फोरस और अमीनो एसिड होते हैं, जो ताकत और ऊर्जा बढ़ाते हैं.
सरसों की खली से पशुओं की इम्युनिटी बढ़ती है, जिससे वे सर्दी में बीमार कम पड़ते हैं.
जब पशु गर्म और स्वस्थ रहते हैं, तो ठंड के बावजूद दूध की मात्रा में गिरावट नहीं आती.
खली को सूखे चारे में मिलाकर या पानी में भिगोकर देना चाहिए, ताकि पाचन आसान रहे.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.