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ऐसे मौसम में जरा सी लापरवाही भी दूध उत्पादन घटा देती है और गाय-भैंस को बीमारियों का शिकार बना देती है.
कड़ाके की ठंड में खुले में रहने से पशु तुरंत ठंड पकड़ लेते हैं. उन्हें बोरी/जूट के गर्म कपड़े पहनाकर रखें.
कई किसान पशु के नाप का कोट बनवाते हैं, जो शरीर गर्म रखता है और ठंडी हवा को सीधे लगने से रोकता है.
नमी वाली जमीन पशु को तुरंत बीमार करती है. रोज सफाई करें और फर्श पर बोरा, भूसा या पुवाल बिछाएं.
अनुभवी किसान बताते हैं कि पुवाल बोरे से भी ज्यादा गर्माहट देता है, इसलिए उपलब्ध हो तो इसे जरूर इस्तेमाल करें.
सर्दियों में 1:3 के अनुपात में हरा और सूखा चारा देना फायदेमंद है. हल्का गुनगुना पानी पिलाने से पशु बीमार नहीं पड़ते.
धूप शरीर गर्म रखती है और कई रोगाणुओं को खत्म करती है. ठंड के दिनों में पशुओं को रोज धूप दिखाना जरूरी है.
खिड़कियों और दरवाजों पर मोटे बोरे लगाएं ताकि रात की गलन भरी हवा अंदर न आ सके और पशु आराम में रहें.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.