गमले में मिर्च उगाते समय सबसे आम दिक्कत पौधे की ग्रोथ का रुक जाना होता है. इसका कारण पोषण की कमी और कीट हो सकते हैं.

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ऐसे में पौधों में कीटों की समस्या जैविक छिड़काव से दूर हो सकती है. इसके लिए नीम का तेल या छाछ-पानी का घोल पत्तियों पर छिड़कें.

मिर्च की अच्छी पैदावार के लिए समय-समय पर ऊपरी भाग की हल्की कटिंग करें. इससे नई शाखाएं निकलती हैं और पौधा घना होता है.

यदि मिर्च का पौधा बढ़ नहीं रहा हो, तो उसमें गोबर की सड़ी खाद मिलाना बेहद फायदेमंद रहेगा. इससे पौधे को जरूरी पोषण मिलेगा.

घर में ही जैविक खाद बनाना आसान है, छाछ, गुड़ और पानी मिलाकर नेचुरल फर्टिलाइजर तैयार करें. यह पौधे की जड़ों को पोषण देता है.

सरसों की खली एक शक्तिशाली जैविक खाद है, इसे मिट्टी में मिलाने से मिर्च के पौधे की ग्रोथ तेज होती है. 

जैविक कीटनाशक जैसे नीम का अर्क या छाछ-पानी का स्प्रे पत्तियों को मुड़ने से बचाता है. इससे पौधे पर कीटों का असर नहीं होता.

मिर्ची का पौधा अगर सही तरीके से देखभाल पाए, तो वह लंबे समय तक फल देता है और हरा-भरा रहता है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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