सूरती भैंस की खास पहचान उसकी दूध उत्पादन क्षमता है, जो एक ब्यांत में 1300 लीटर तक पहुंच सकती है.

PC: Canva

इस भैंस के दूध में फैट की मात्रा 8-12% तक होती है. इस वजह से बाजार में इसका दूध भी महंगा बिकता है.

सूरती नस्ल की भैंसें लगभग 4 साल की उम्र में पहला बच्चा देती हैं, जो इनकी प्रजनन क्षमता को दर्शाता है.

इस नस्ल की भैंसों का आकार मध्यम होता है, जिसके कारण इन्हें पालने के लिए ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती.

सूरती भैंसें सामान्य चारा और देखभाल में ही पल जाती हैं. इनके पालन की लागत भी काफी कम होती है.

ये भैंसें शांत स्वभाव की होती हैं, जिससे इनकी देखभाल करनी काफी आसान हो जाती है.

सूरती नस्ल की भैंस गुजरात के चारोटर क्षेत्र से जुड़ी मानी जाती है, जहां इसे परंपरागत रूप से पाला जाता रहा है.

कम लागत और उच्च उत्पादन के कारण सूरती भैंस डेयरी स्टार्टअप के लिए एक आदर्श विकल्प है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

Next: किसानों के लिए सफेद सोना है ये गाय, खासियत कर देगी हैरान