जब तापमान बहुत अधिक हो जाता है तो मुर्गियां तनाव में आ जाती हैं, जिससे उनकी अंडा देने की क्षमता कम हो जाती है.

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जब तापमान 39°C के ऊपर चला जाता है, तब मुर्गियों की हांफने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है, वे कमजोरी से लड़खड़ाने लगती हैं.

मुर्गियों को गर्मी से राहत देने के लिए दिन में 2–3 बार बाड़े में ठंडे पानी का छिड़काव करें. इससे तापमान में गिरावट आती है.

मुर्गियों के बाड़े में कूलर या बड़े पंखे लगाकर वेंटिलेशन का खास ध्यान रखें ताकि गर्म हवा बाहर निकल सके और ठंडी हवा अंदर आती रहे. 

मुर्गियां गर्मी में अधिक पानी पीती हैं, इसलिए उन्हें दिनभर साफ और ठंडा पानी पीने को दें. पानी ठंडा रखने के लिए मिट्टी के बर्तनों में रखें.

गर्मी में मुर्गियां खाना कम कर देती हैं, इसलिए उन्हें न्यूट्रिशन रिच फीड देना बेहद जरूरी है ताकि कम मात्रा में भी उन्हें पर्याप्त पोषण मिल सके.

मुर्गी के बाड़े की छत को सफेद रंग से पेंट करने से सूरज की किरणें रिफ्लेक्ट हो जाती हैं और तापमान नीचे बना रहता है.

गर्मी के कारण अंडों के छिलके कमजोर हो सकते हैं. इसके लिए मुर्गियों को ऑस्टो कैल्शियम लिक्विड पानी में मिलाकर दें.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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