चूजों को पहले छह हफ्तों तक "चिक स्टार्टर राशन" देना जरूरी होता है. यह उनकी इम्यूनिटी और ग्रोथ को मजबूत करता है.

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खुले में चरने वाली मुर्गियों को सिर्फ जमीन से मिला चारा काफी नहीं होता. शहतूत, सहजन की पत्तियां और मक्का, भूसी जैसे दाने देना जरूरी है.

अंकुरित दाने जैसे चना या मूंग मुर्गियों को देने से उन्हें भरपूर प्रोटीन मिलता है जो अंडा देने की क्षमता बढ़ाता है और मोटापा भी नहीं आता.

छह महीने की उम्र के बाद मुर्गियों को ज्यादा खाना देने से वे मोटी हो सकती हैं, जिससे अंडों की संख्या घट सकती है. 

बरसात में खेत के कीड़े, सूखे मौसम में रसोई का बचा खाना और खली देना मुर्गियों के पोषण को संतुलित रखता है.

रोज सुबह-शाम एक मुठ्ठी अनाज या सब्जियों के छिलके देने से मुर्गियां पेटभर खाती हैं और खेत में नुकसान नहीं करतीं. 

देसी फार्मूला, 50% सस्ता अनाज + 28% चोकर + 20% खली + 2% मिनरल मिक्स. यह संतुलित, सस्ता और असरदार फीड है.

फ्री रेंज चराई मुर्गियों की नेचुरल ग्रोथ में मदद करती है, लेकिन इसके साथ प्रोटीन और मिनरल का सप्लीमेंट भी जरूरी है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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