इंडियन आर्मी के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद से सिंदूर चर्चा का विषय बना हुआ है.

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आज विश्व पर्यावरण दिवस पर PM मोदी ने भी सिंदूर का पौधा लगाया, जो कच्छ की वीर महिलाओं ने उन्हें उपहार में दिया था.

सिंदूर का पौधा कुमकुम ट्री या कमील ट्री के नाम से जाना जाता है. यह भारत में महाराष्ट्र और हिमाचल में कम मात्रा में होता है.

इस पौधे के फल को पीसकर बिना किसी रसायन की मिलावट के सिंदूर तैयार किया जाता है, जो पूरी तरह शुद्ध होता है.

शुरू में इसके फल हरे होते हैं, पकने पर लाल हो जाते हैं. इन फलों के अंदर छोटे लाल बीज होते हैं, जिनसे सिंदूर बनता है.

इसके चमकीले रंग और कॉस्मेटिक उपयोग के चलते इसे लिक्विड लिपस्टिक ट्री भी कहा जाता है.

यह पौधा नींबू के पेड़ जितना यानी लगभग 20–25 फीट ऊंचा होता है और इसकी छाया और सुंदरता भी आकर्षक होती है.

सिंदूर का पौधा खास जलवायु में ही पनपता है, इसलिए इसे घर पर सामान्य गमलों में उगाना आसान नहीं है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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