बाजरा और कपास की खेती के लिए बेस्ट है ये मिट्टी, जानिए भारत में कहां मिलती है

खेती का उत्पादन बढ़ाने के लिए सही मिट्टी का होना जरूरी है. क्योंकि, फसल विकास में मिट्टी की अहम भूमिका होती है.

बाजरा और कपास की खेती के लिए बेस्ट है ये मिट्टी, जानिए भारत में कहां मिलती है
नोएडा | Updated On: 30 Apr, 2025 | 01:44 PM

अगर आप खेती-किसानी का शौक रखते हैं या आप पेशे से किसान हैं तो आप यह बात जरूर जानते होंगे कि आपकी फसल के लिए जितने जरूर पोषक तत्व हैं उनती ही जरूरी मिट्टी भी है. फसल का उत्पादन कितना अच्छो होगा यह मिट्टी की गुणवत्ता और उपजाऊ क्षमता पर भी निर्भर करता है. किसी एक तरह की मिट्टी में कुछ चुनिंदा फसलें ही उगाई जा सकती हैं. ऐसा ही एक मिट्टी की बात आज हम अपनी खबर में करेंगे. हम बात करने वाले हैं लाल मिट्टी की, कैसे बनती है लाल मिट्टी और लाल मिट्टी में किस तरह की फसलें उगाई जाती हैं.

आयरन समेत इन तत्वों से बनती है लाल मिट्टी

लाल मिट्टी एक ऐसी मिट्टी है जो गर्म , संतुलित और ज्यादा नमी वाली जलवायु में पाई जाती है. जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि इस मिट्टी का रंग लाल या पीला- भूरा होता है . इसका कारण है इस मिट्टी में मौजूद आयरन ऑक्साइड. बता दें कि यह मिट्टी आम तौर पर रेतीली, बजरी वाली या पथरीली होती है. मिट्टी की अन्य किस्मों के मुकाबले लाल मिट्टी में पोषक तत्व की मात्रा कम होती है.

लाल मिट्टी में अधिक उपज देती हैं ये फसलें

लाल मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों के आधार पर इसमें कई तरह की फसलों की बुवाई की जा सकती है. इसमें मुख्य तौर पर कपास, गेहूं, चावल, दालें, बाजरा, तंबाकू, तिलहन, आलू और फल आदि शामिल हैं. बता दें कि देश के कुछ इलाकों में जैसे निचले मैदानी इलाके और घाटियों में लाल मिट्टी काफी उपजाऊ होती है जो कि कई फसलों के लिए अच्छी मानी जाती है. उदाहरण के तौर पर गहरे लाल रंग की मिट्टी कपास की खेती के लिए अच्छी मानी जाती है. वहीं बाजरा जैसे मोटे अनाज के लिए भी यह मिट्टी सही मानी जाती है.

महाराष्ट्र समेत देश के इन हिस्सों में मिलती है

लाल मिट्टी आम तौर पर कम बारिश वाले इलाकों में पाई जाती है. इसके साथ ही लाल मिट्टी भारत में मुख्य तौर से तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, ओडिशा , झारखंड, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में पाई जाती है. बता दें कि उत्तर प्रदेश और राजस्थान के भी कुछ हिस्सों में लाल मिट्टी पाई जाती है.

Published: 30 Apr, 2025 | 01:44 PM

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