देशभर के करोड़ों किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार है. ऐसे में अगर योजना के लाभार्थी 21वीं किस्त का पैसा अपने खाते में चाहते हैं तो उनके लिए जरूरी है कि वे योजना के लिए अपना e-KYC जरूर अपडेट करा लें.
भारी बारिश से पहाड़ी इलाकों के बागीचे मार्सोनिना और अल्टरनेरिया बीमारी की चपेट में हैं. अधिकांश बगीचों में सेब के पेड़ों के पत्ते समय से पहले पीले होकर झड़ गए हैं. जबकि, फल की क्वालिटी खराब हो रही है. इस बीमारी ने सेब किसानों की चिंता बढ़ा दी है.
अगर आप भी महंगाई से परेशान हैं तो अपनी छत पर शिमला मिर्च उगाकर न सिर्फ खर्चा बचा सकते हैं बल्कि ताजी और पोषक सब्जी का मजा भी ले सकते हैं. थोड़ी सी मेहनत और सही देखभाल के साथ यह पौधा आपके किचन गार्डन की शान बन सकता है.
सांची दूध वितरण को समय पर और पारदर्शी बनाने के लिए अब मोबाइल ऐप से कर्मचारियों और अफसरों की हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी. ऐप से लोकेशन, रिपोर्टिंग और तस्वीरें अपलोड होंगी. इससे उपभोक्ताओं को समय पर ताजा दूध मिल सकेगा और अनियमितताओं पर तुरंत कार्रवाई होगी.
पंजाब में धान की औसत पैदावार 44.28 क्विंटल प्रति हेक्टेयर रही है. MSP (2,320 रुपये प्रति क्विंटल) के अनुसार एक हेक्टेयर बेचने पर किसान को 1 लाख रुपये से अधिक की आमदनी हो सकती है. अधिकांश किसान गैर-बासमती धान ही चुनते हैं क्योंकि इसमें 100फीसदी सरकारी खरीद की गारंटी रहती है.
मूली पूसा चेतकी (Radish Pusa Chetaki). इस किस्म की खासियत है कि गर्म जलवायु में भी इसकी ग्रोथ अच्छी होती है और किसानों को अच्छी पैदावार मिलती है. सर्दियों के मौसम में लोगों के बीच इसकी मांग बढ़ने के कारण किसानों को इसकी खेती से अच्छा मुनाफा हो सकता है.