गालवास्प के आक्रमण से फलियों में गांठ या मणियां बन जाती हैं, जिसके कारण बीजों का आकार छोटा हो जाता है और पैदावार में भी कमी आती है.
खरपतवार हटाने से लेकर फसल की कटाई तक कृषि यंत्र आ गए हैं. इन यंत्रों की खासियत यह है कि ये न सिर्फ श्रम की बचत करते हैं बल्कि कम समय में ज्यादा काम कर देते हैं.
महाराष्ट्र में समय से पहले मॉनसून और भारी बारिश के कारण सब्ज़ियों की फसल और सप्लाई पर असर पड़ा है. एपीएमसी वाशी में आवक कम होने से दाम 10 से 50 रुपये किलो तक बढ़े हैं.
अगर आप कम लागत और जैविक तरीका अपनाना चाहते हैं, तो मल्चिंग बहुत बढ़िया विकल्प है. इसमें खेत में फसल के आसपास भूसा, सूखी पत्तियां या घास डाल दी जाती हैं. इससे न केवल खरपतवार को रोका जा सकता है, बल्कि मिट्टी की नमी भी बनी रहती है और तापमान संतुलित रहता है.
तेलंगाना में कोदंडा रेड्डी ने नकली बीज बेचने वालों और लापरवाह अधिकारियों पर सख्त रुख अपनाया है. किसानों को गुमराह करने वाले ऑर्गेनाइज़रों को नए बीज कानून से बाहर किया जाएगा.
पंजाब के संगरूर समेत कई जिलों में कुछ किसान पारंपरिक गेहूं-धान चक्र से हटकर फसल विविधता अपना रहे हैं. जगदीप, जसवीर और रणबीर सिंह जैसे प्रगतिशील किसान मूंग, गन्ना, ड्रैगन फ्रूट जैसी फसलें उगा रहे हैं.