मानसून में जहां हरियाली चारों तरफ छा जाती है और खेतों को संजीवनी मिलती है, वहीं पशुओं को कई तरह की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है.
भारत सरकार ने अब डेयरी पशु, अंडा देने वाले पक्षी, मधुमक्खी पालन और मीट उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले कुछ खास दवाओं पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है. जानें क्या है पूरा मामला...
राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत एफएमडी (खुरपका-मुंहपका) बीमारी से बचाव के लिए निशुल्क टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया गया है.
डॉक्टरों की मानें तो हिल्सा खाने से दिमाग की ताकत बढ़ती है, ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और दिल की बीमारियों का खतरा भी कम होता है. इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड शरीर के लिए बेहद लाभकारी है.
विशेषज्ञों के अनुसार पक्षियों की वजह से खेतों में खाद्य जनित रोगाणु पैदा हो सकते हैं और इस वजह से ही किसान परेशान रहते हैं. उनकी मानें तो खेतों के आस-पास पक्षियों के घरों को हटाना, इस समस्या का समाधान नहीं है. साल 2019 में कृषि मंत्रालय की तरफ से भी एक रिपोर्ट जारी की गई थी. यह रिपोर्ट 'कृषि में जोखिम प्रबंधन' टाइटल से आई रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की गई थी.
अगर आप मछली पालन करना चाहते हैं तो उत्तर प्रदेश सरकार आपके लिए सुनहरा मौका लाई है.