Cow Feeding Tips : सुबह की पहली दुहाई से ही एक पशुपालक को दिन की कमाई का अंदाजा हो जाता है. दूध की धार तेज हो, तो चेहरे पर संतोष होता है और घर की जरूरतें आसानी से पूरी हो जाती हैं. लेकिन जब दूध कम निकलने लगे, तो चिंता बढ़ जाती है. कई लोग दवा-इंजेक्शन और महंगे सप्लीमेंट की ओर भागते हैं, जबकि असली समाधान रोज के खाने में छिपा होता है. अगर गाय-भैंस को सही और संतुलित आहार मिले, तो बिना ज्यादा खर्च किए भी दूध की मात्रा अपने आप बढ़ाई जा सकती है.
सही आहार क्यों है सबसे जरूरी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गाय-भैंस की सेहत और दूध सीधे उनके खाने पर निर्भर करता है. जैसे इंसान गलत खाना खाए तो कमजोर हो जाता है, वैसे ही पशु भी गलत डाइट से बीमार पड़ जाता है. अगर आहार में प्रोटीन, ऊर्जा और मिनरल की कमी हुई, तो दूध अपने आप कम हो जाएगा. कई बार पशु दिखने में ठीक लगता है, लेकिन अंदर से कमजोर होने लगता है और यही दूध घटने की सबसे बड़ी वजह बनती है.
दूध बढ़ाने के लिए दाना और खल्ली का सही इस्तेमाल
दूध देने वाले पशुओं के लिए प्रोटीन सबसे अहम माना जाता है. इसके लिए सरसों की खल्ली और सोयाबीन की खल्ली बेहद फायदेमंद होती है. अगर इन्हें दाने में मिलाकर दिया जाए, तो दूध पर जल्दी असर दिखता है. दाना पशु को ताकत देता है, लेकिन इसे जरूरत से ज्यादा नहीं देना चाहिए. मक्का, गेहूं और बाजरा मिलाकर दिया जा सकता है. ध्यान रखें कि हर पशु को उसकी दूध देने की क्षमता के हिसाब से ही दाना दें. ज्यादा दाना देने से पाचन बिगड़ सकता है और पशु मोटा हो सकता है, जिससे दूध घटने का खतरा रहता है.
भूसा और हरा चारा न करें नजरअंदाज
कई पशुपालक सिर्फ दाने पर ध्यान देते हैं और भूसा-हरा चारा कम दे देते हैं. यह सबसे बड़ी गलती मानी जाती है. भूसा पशु का पाचन सही रखता है और पेट की बीमारियों से बचाता है. इसके साथ हरा चारा जैसे बरसीम, नेपियर घास, हरा मक्का और ज्वार जरूर देना चाहिए. जब भूसा और हरा चारा सही मात्रा में मिलता है, तो दूध की मात्रा और गुणवत्ता दोनों बेहतर होती हैं. हरा चारा न मिलने पर पशु कमजोर पड़ने लगता है और दूध जल्दी गिरता है.
कितनी मात्रा में क्या खिलाएं
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जो पशु दूध नहीं दे रहा है, उसे रोजाना लगभग 1 से सवा किलो दाना, 3 किलो भूसा और 15 से 20 किलो हरा चारा देना चाहिए. दूध देने वाली गाय को प्रति लीटर दूध पर करीब 400 ग्राम दाना और भैंस को 500 ग्राम दाना देना फायदेमंद माना जाता है. इसके साथ 4 से 6 किलो भूसा और 25 से 30 किलो हरा चारा देना चाहिए. कुल चारे का लगभग 2 प्रतिशत मिनरल मिक्सचर और 1 प्रतिशत नमक जरूर मिलाएं.