उत्तर प्रदेश में धान, गेहूं और मक्का के बाद सबसे ज्यादा बाजरा की खेती होती है. लगभग-लगभग 10 लाख हेक्टेयर में बाजरा की खेती उत्तर प्रदेश में की जाती है. इसीलिए सरकार बाजरा की खेती कर रहे किसान को सब्सिडी की मदद से उनके आय को बढ़ाने की कोशिश में जुटी हुई है.
मध्यप्रदेश की डॉक्टर अंबेडकर कामधेनु योजना से किसान 25 पशुओं की डेयरी यूनिट खोलकर 42 लाख रुपयों तक की सहायता पा सकते हैं. 25-33 फीसदी सब्सिडी, ऑनलाइन आवेदन और प्रशिक्षण से इस योजना से आर्थिक मजबूती और आत्मनिर्भरता मिल रही है.
चयनित होने वाले किसान नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील समेत 4 देशों का भ्रमण करेंगे और वहां के किसानों, कृषि वैज्ञानिकों से मिलकर खेती की विधियां, तकनीक, उपकरण, बीज और कृषि गतिविधियां सीखेंगे.
सामाजिक सुरक्षा पेंशन राशि पाने वालों को अधिक राशि देने की घोषणा कर दी गई है और 1247 करोड़ से अधिक राशि पेंशनधारकों के खाते में ट्रांसफर भी कर दी गई है.
11 अगस्त 2025 को झुंझुनू में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से 30 लाख किसानों को 3200 करोड़ रुपये की बीमा राशि डिजिटल माध्यम से दी जाएगी. यह पहल किसानों की आर्थिक सुरक्षा और पारदर्शिता को बढ़ावा देगी.
अच्छे मानसून और मिट्टी में खूब नमी बनी रहने की संभावनाओं ने लगभग हर क्षेत्र के किसानों को धान रोपाई के लिए प्रेरित किया है. सरकार का अनुमान है कि इस बार धान उत्पादन बीते सालों के सारे रिकॉर्ड तोड़ देगा.