मौसम विभाग के अनुसार मोंथा अब कमजोर पड़ चुका है, लेकिन इसका असर बंगाल और झारखंड के कुछ हिस्सों में अब भी देखने को मिल रहा है. इस तूफान के बाद एक बार फिर लोगों के मन में यह सवाल उठने लगा है... आखिर इन तूफानों को मोंथा, भोला, फानी या तितली जैसे नाम क्यों दिए जाते हैं?
उत्तर भारत में सुबह-शाम की सिहरन लोगों को हल्की ठंड का अहसास कराने लगी है. वहीं पश्चिम और दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग ने आने वाले कुछ दिनों में कई राज्यों के लिए खास चेतावनी जारी की है.
Delhi Cloud Seeding: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि आज क्लाउड सीडिंग का दूसरा ट्रायल दिल्ली में किया गया. इसके बाद मयूर विहार समेत कुछ इलाकों में बारिश होगी. मंत्री ने कहा कि अब इसे लॉन्गटर्म सॉल्यूशन के रूप में देखा जा रहा है.
भारत में मोंथा चक्रवात ने खतरा बढ़ा दिया है. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में तेज हवाओं, भारी बारिश और समुद्र में ऊंची लहरों की चेतावनी जारी की है.
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार यह तूफान 28 अक्टूबर की शाम या रात तक आंध्र प्रदेश के काकीनाडा के पास तट से टकरा सकता है. इसके असर से तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और पूर्वी राज्यों में भारी बारिश और तेज हवाओं का कहर देखने को मिल सकता है.
भारत मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी की है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात ‘मोंथा' विकसित हो रहा है. जिसका असर देश के कई इलाकों में पड़ने वाला है. अब ये चक्रवाती तूफान क्या है.. और देश के किन किन राज्यों में इसका असर देखने को मिलने वाल है इसके बारे में हमें विस्तार से बताएँगे देश के जाने माने मौसम एक्सपर्ट डॉ एस एन पांडेय जी...