बिजली से चलने वाले ये ट्रैक्टर न केवल डीजल और पेट्रोल की निर्भरता कम करते हैं, बल्कि मेंटेनेंस भी बहुत सस्ता होता है. यही वजह है कि आज छोटे से बड़े किसान तक इन ट्रैक्टरों की ओर रुख कर रहे हैं.
देशी और विदेशी नस्ल के सूअर से विकसित की गई मिक्स ब्रीड नस्ल के सूअर पशुपालकों की खूब कमाई करा रहे हैं. कम लागत और कम समय में इनके बड़े होने से किसानों को बिक्री आसान हो रही है, जिससे तेजी से किसान इसे सूअर पालन को बिजनेस के रूप में अपना रहे हैं.
प्रदेश में चल रहे दुग्ध समृद्धि संपर्क अभियान के तहत पशुपालकों को नस्ल सुधार, पशु पोषण और दूध उत्पादन बढ़ाने की जानकारी दी जा रही है. सरकार घर-घर जाकर सीधी मदद पहुंचा रही है, जिससे आमदनी बढ़ाई जा सके.
बाजार में एक ऐसी आधुनिक मशीन है जो आलू बुवाई का कई घंटों का काम मिनटों में कर किसान के समय और लागत दोनों को बचाती है. पारंपरिक तरह से खेतों में मजदूर लगाकर आलू की बुवाई करने वाले किसानों के लिए यह मशीन एक अच्छा विकल्प बन रही है.
टायर समय से पहले खराब हो जाएं, तो न सिर्फ आपका पैसा बर्बाद होता है, बल्कि काम में भी रुकावट आती है. इसलिए, ट्रैक्टर टायरों की सही देखभाल करना बेहद जरूरी है.
अब BSc एग्रीकल्चर में दाखिला होगा समान नियमों से. ICAR परीक्षा से 20 फीसदी सीटें भरेंगी. छात्रों की वर्षों पुरानी परेशानी का समाधान हुआ. कृषि शिक्षा में अब राष्ट्रीय स्तर पर एकरूपता लाई जाएगी, जिससे योग्य छात्रों को लाभ मिलेगा.