कृत्रिम गर्भाधान (AI) तकनीक से बकरियों का एक साथ गर्भाधान संभव है. इससे बच्चों की मृत्यु दर घटेगी, उत्पादकता बढ़ेगी और पशुपालकों को अधिक मुनाफा मिलेगा. यह तकनीक बकरी पालन को नई दिशा देने में सहायक है.
मानसून में छुट्टा मवेशी कीड़ों से बचने के लिए सड़कों पर बैठे रहते हैं. ऐसे में रात के समय ये मवेशी वाहन चालक को ठीक से दिखाई नहीं देते हैं जिससे दुर्घटना होती है.
बिहार सरकार ने सिर्फ 250 रुपये में बछिया पैदा करने की तकनीक शुरू की है. शुक्राणु छंटाई तकनीक से हर बार गाय से मादा बछिया ही जन्म लेगी, जिससे दूध उत्पादन बढ़ेगा और पशुपालकों की आमदनी में इजाफा होगा.
कई बार ट्रैक्टर सही से काम नहीं करता या अचानक खराब हो जाता है. ऐसे में किसान को मिस्त्री के पास जाना पड़ता है और समय और पैसा दोनों बर्बाद हो जाता है. अगर कुछ आसान टिप्स अपनाए जाएं तो आप अपने ट्रैक्टर को खुद ही दुरुस्त रख सकते हैं और इसकी उम्र भी बढ़ा सकते हैं.
खेतों को मवेशियों और जंगली जानवरों से बचाने के लिए किसान झटका मशीन का इस्तेमाल कर रहे हैं. यह सस्ती, सुरक्षित और प्रभावी तकनीक है, जो कम लागत में फसलों की पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करती है.
राजस्थान सरकार की टैगिंग तकनीक से मेहताजी का खेड़ा गांव में मिली चार भटकी भैंसें 200 किमी दूर उनके असली मालिक तक पहुंचाई गईं. यह घटना तकनीक और प्रशासन की सफल पहल का बेहतरीन उदाहरण बनी है.