प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना (PMKSY) से कश्मीर के सेब किसानों की आय और भंडारण क्षमता में बड़ा सुधार हुआ है. आधुनिक कोल्ड स्टोरेज और CA यूनिट्स से फसल बर्बादी घटी और मुनाफा बढ़ा है. अब तक जम्मू-कश्मीर में 3.2 लाख टन की क्षमता बनी है, जबकि देशभर में 640 कोल्ड स्टोरेज को मंजूरी मिली है.
देश के प्रमुख जलाशयों की बात करें तो वहां पानी का स्तर लगातार चौथे हफ्ते 90 फीसदी से अधिक बना हुआ है. केंद्रीय जल आयोग (CWC) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, देश के 161 प्रमुख बांधों में से हर तीसरा बांध अपनी पूरी क्षमता तक भर चुका है.
भारत सरकार प्याज भंडारण और निर्यात समस्याओं के समाधान के लिए स्टेकहोल्डर ग्रुप बनाएगी. निर्यातक जलवायु बदलाव, गिरते दाम और WTO प्रतिबंधों से जूझ रहे हैं. किसानों ने कीमतों में गिरावट पर फोन प्रोटेस्ट शुरू किया है, जबकि निर्यातक स्थिर नीति, भंडारण सुधार और RODTEP दरों में वृद्धि की मांग कर रहे हैं.
Agriculture News in Hindi: भारत और श्रीलंका ने कृषि पर संयुक्त कार्य समूह की पहली बैठक आयोजित की. इस दौरान दोनों देशों में खेती के विकास और चुनौतियों के विभिन्न पहलुओं पर मंथन किया गया. बैठक की सह-अध्यक्षता कृषि और किसान कल्याण विभाग के सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी और श्रीलंका के कृषि, पशुधन, भूमि और सिंचाई मंत्रालय के सचिव डी. पी. विक्रमसिंघे ने की. आज भी कृषि विकास और खाद्य वस्तुओं के आयात-निर्यात और उत्पादन के कुछ बिंदुओं पर चर्चा की संभावना है.
बेलाही गाय एक देसी नस्ल है, जो छोटे किसानों के लिए लाभकारी है. कम खर्च में पालन, उच्च दूध उत्पादन और आसान देखभाल इसे ग्रामीण क्षेत्रों में बेहद पसंदीदा बनाते हैं. किसान इससे स्थायी आमदनी और व्यापारिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं.
देश के उत्तरी राज्यों दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार में अब सर्दी की शुरुआत महसूस होने लगी है. सुबह-शाम ठंडी हवाएं चल रही हैं और लोग अब गर्म कपड़े, शॉल और कंबल निकालने लगे हैं. आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट देखी जा सकती है.
सर्दियों में गाय-भैंस का दूध कम होना आम समस्या है. सही आहार, देसी नुस्खे और सुरक्षित देखभाल से दूध की मात्रा और गुणवत्ता दोनों बढ़ाई जा सकती है.आइए जानते हैं कुछ आसान और असरदार टिप्स के बारे में...
शिवराज सिंह ने कहा कि मुझे वो दिन याद है, जब मैं कॉलेज में पढ़ रहा था. 1983 में हम सोच नहीं सकते थे कि भारत विश्व कप जीत सकता है. उस समय जो चमत्कार होते चले गए, हम भूले नहीं हैं. उन्होंने विदिशा में स्टेडियम, फसलों की सिंचाई के लिए प्रोजेक्ट, सड़क सुधार समेत अन्य विकास कार्यों की जानकारी दी.
वनश्री नस्ल की मुर्गी पालन से किसान अब अच्छी कमाई कर रहे हैं. यह देशी नस्ल का उन्नत रूप है, जो कम खर्च में ज्यादा उत्पादन देती है. ग्रामीण इलाकों में इसकी मांग बढ़ रही है, जिससे हजारों किसान आत्मनिर्भर बन रहे हैं.
सरकार की मत्स्य पालन योजना किसानों के लिए बड़ा अवसर बन गई है. अब किसान अपने खेत में तालाब बनाकर मछली पालन से हर साल लाखों रुपये कमा सकते हैं. योजना के तहत सब्सिडी भी मिलती है, जिससे छोटे किसान भी इसे आसानी से शुरू कर सकते हैं.
उत्तर प्रदेश में गन्ने के दाम बढ़ाए जाने के बाद राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि किसानों का आंदोलन अब और तेज किया जाएगा.
मोदी कैबिनेट ने किसानों को राहत देते हुए उर्वरक सब्सिडी बढ़ाने का ऐलान किया है. सरकार हजारों करोड़ रुपए खर्च कर खाद की कीमतें नियंत्रण में रखेगी.
सरकार ने किसानों के लिए राहत भरी घोषणा की है. जिनकी फसल बारिश या आपदा से खराब हुई, उन्हें जल्द मुआवजा दिया जाएगा. राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में जाएगी.
भारत में भदावरी भैंस अपनी उच्च वसा वाले दूध के लिए मशहूर है. यह देसी नस्ल कम खर्च में ज्यादा मुनाफा देती है. किसानों में इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है क्योंकि इसका दूध घी और मक्खन बनाने के लिए सबसे बेहतरीन माना जाता है.
देशभर में किसान अब भैंस पालन छोड़ गाय पालन की ओर रुख कर रहे हैं. देशी नस्लों की गायें अब अधिक दूध और बेहतर गुणवत्ता के कारण किसानों की पहली पसंद बन गई हैं. सरकारी योजनाओं से गाय पालन अब लाभदायक व्यवसाय बन गया है.
अगर आप भी डेयरी व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो सही नस्ल की गाय चुनना सबसे ज़रूरी है. कुछ गायें रोज 30 से 35 लीटर तक दूध देती हैं. उचित देखभाल और पौष्टिक आहार से आप घर बैठे अच्छी आमदनी कमा सकते हैं.