1988 के बाद सबसे भयंकर बाढ़ के रूप में दर्ज इस आपदा ने पंजाब की कृषि व्यवस्था, बाजार और बुनियादी ढांचे को पटरी से उतार दिया है. ऐसे में पंजाब को फिर से ट्रैक पर लाने के लिए 250 कृषि संगठनों वाले एमएसपी किसान मोर्चा ने पीएम और सीएम के नाम चिट्ठी भेजकर सुझाव दिए हैं.
मध्यप्रदेश में 2 अक्टूबर से दुग्ध समृद्धि संपर्क अभियान शुरू होगा. इसका उद्देश्य पशुपालकों को दूध उत्पादन बढ़ाने, पशु पोषण, नस्ल सुधार और स्वास्थ्य की जानकारी देना है. यह अभियान तीन चरणों में चलाकर गांव-गांव संपर्क करेगा और पशुपालकों की आमदनी बढ़ाने में मदद करेगा.
डांगी गाय एक देसी नस्ल है जो कम चारे और देखभाल में भी अधिक दूध देती है. यह हर मौसम में खुद को आसानी से ढाल लेती है और बीमारियां भी कम होती हैं. इसका पालन किसान भाइयों के लिए कम लागत में ज्यादा मुनाफे का मजबूत साधन बन सकता है.
पीएम मोदी ने मखाने की खेती से जुड़े किसानों की सफलता और आर्थिक उन्नति पर जोर दिया. उन्होंने मखाना उद्योग को बढ़ावा देने, महिलाओं की भूमिका और किसानों की आमदनी बढ़ाने वाले कदमों पर बात की. इससे मखाना क्षेत्र का विकास होगा और रोजगार के नए अवसर बनेंगे.
सितंबर के महीने में मौसम नमी भरा होता है जिसके कारण मुर्गियों को घुटन हो सकती है. इसलिए जरूरी है कि किसान मुर्गियों के शेड में पर्याप्त वेंटिलेशन की व्यवस्था करें ताकि शेड में ताजी हवा आती रहे.
मरुआ का पौधा न केवल एक सुगंधित पौधा है, बल्कि इसके पत्ते कई बीमारियों में घरेलू इलाज के रूप में काम आते हैं. यही कारण है कि लोग इसे अपने किचन गार्डन में लगाना पसंद करते हैं. मरुआ का पौधा लगाने का सबसे बड़ा फायदा है कि इसकी पत्तियां जल्दी ही इस्तेमाल के लिए मिल जाती हैं.
चरवाहों की जीवनशैली प्रकृति के साथ संतुलन बनाकर जीने की मिसाल है. सादगी, आत्मनिर्भरता और अनुभव से भरी इस जिंदगी में सीख भी है और संघर्ष भी. ये जीवनशैली हमें पर्यावरण से जुड़ने और कम संसाधनों में संतुष्टि की प्रेरणा देती है.
Punjab Flood 2025: पंजाब में बाढ़ ने लोगों की जिदगी पूरी तरह से बदल दी है. कहीं घर उजड़ गए, तो कहीं खेत पानी में डूबकर बर्बाद हो गए. इसी हालात का जायजा लेने पहुंचे राहुल गांधी ने ग्रामीणों से सीधे मुलाकात की. उनकी आंखों में दर्द और बेबसी साफ झलक रही थी, लेकिन हौसला अब भी अटूट था. राहुल ने न सिर्फ हालात का मुआयना किया, बल्कि सरकार से तुरंत राहत और मुआवजे की अपील भी की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को मध्यप्रदेश के धार जिले में पीएम मित्रा पार्क का भूमिपूजन करेंगे. यह पार्क कपास और रेशम किसानों के जीवन को बदलने वाला है. इससे लाखों किसानों को लाभ मिलेगा, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और टेक्सटाइल इंडस्ट्री को नई दिशा मिलेगी.
लाल कटहल एक खास किस्म का फल है जिसका गूदा मांस जैसा लाल दिखता है और स्वाद में मीठा व पौष्टिक होता है. इसमें विटामिन C, फाइबर, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं. यह खेती के लिए लाभकारी है और गांव-शहर दोनों बाजारों में अच्छी मांग है.
सितंबर माह में मुर्गीपालकों को फार्म की साफ-सफाई, बायो-सिक्योरिटी उपायों और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करना बेहद जरूरी है. इससे मुर्गियों को बीमारियों से बचाया जा सकता है और उत्पादन में बढ़ोतरी की जा सकती है. नियमित निगरानी और कीटाणुनाशक उपाय फार्म को सुरक्षित रखते हैं.
एशिया के सबसे बड़े मछली बाजार में से एक पश्चिम बंगाल का फिश मार्केट, जो बंगाल की शान है. यहां मिलती हैं हजारों तरह की मछलियां.
प्रधान वैज्ञानिक डॉ. राकेश उपाध्याय ने कहा कि वैज्ञानिकों ने मेंथा उत्पादन के लिए खरीफ मिंट तकनीक विकसित कर बड़ी सफलता हासिल की है. इस तकनीक से असिंचित क्षेत्रों में खेती को बढ़ावा मिलेगा. जबकि, किसानों की सिंचाई खपत कम होगी और सालभर में वे तीन फसलें ले सकेंगे.
ओडिशा के 1,500 बीज उत्पादक किसान आठ महीने से 800 रुपये प्रति क्विंटल इनपुट सहायता का इंतजार कर रहे हैं. सरकार ने ‘समृद्ध कृषक योजना’ के तहत सहायता मंजूर की थी, लेकिन फंड जारी नहीं हुआ. OSSC ने 20 करोड़ रुपये की मांग की है. किसान नाराज हैं.
पपीते की किस्म एनएससी रेड ग्लो एक उन्नत किस्म है जिसे राष्ट्रीय बीज निगम द्वारा विकसित किया गया है. ये किस्म अच्छी पैदावार, लंबे समय तक फल देने और अपने मीठे स्वाद के कारण किसानों के बीच लोकप्रिय है. इस किस्म की सबसे बड़ी खासियत है कि ये रिंग स्पॉट वायरस, फफूंदी और झुलसा रोग जैसी बीमारियों से लड़ने की क्षमता रखती है.
मध्यप्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री डेयरी प्लस योजना के तहत मुर्रा नस्ल की भैंसें सब्सिडी पर उपलब्ध हैं. यह योजना दुग्ध उत्पादन बढ़ाने और स्व-रोजगार के लिए बढ़िया मौका है. सामान्य और अनुसूचित जाति, जनजाति के लिए अलग-अलग सब्सिडी दरें हैं.