बरसात का मौसम किसानों और पशुपालकों के लिए कई चुनौतियां लेकर आता है. खेतों में तो हरियाली होती है, लेकिन पशुओं के लिए हरे चारे की भारी किल्लत हो जाती है. इस कारण दूध उत्पादन में गिरावट देखी जाती है और पशुओं की सेहत पर भी असर पड़ता है. ऐसे समय में एक ऐसे आम सी दिखने वाली लेकिन बेहद उपयोगी घास के बारे में जानते हैं जो पशुपालकों के लिए वरदान बन सकती है. यह न केवल आसानी से मिल जाती है, बल्कि इसमें भरपूर पोषण भी होता है जो पशुओं को सेहतमंद बनाए रखता है.
दूब घास पशुओं के लिए नंबर वन नेचुरल फूड
पशुपालन एक्सपर्ट बताते हैं कि दूब घास पशुओं के लिए अत्यंत पौष्टिक होती है. इसमें प्रोटीन की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो पशुओं के मांसपेशियों के विकास और उनकी सामान्य शारीरिक गतिविधियों के लिए जरूरी है. यह घास दूध देने वाले पशुओं के लिए खासतौर पर फायदेमंद है, क्योंकि यह उनकी सेहत सुधारती है और दूध उत्पादन को भी बढ़ाती है.
पोषक तत्वों से भरपूर है दूब घास
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दूब घास में केवल प्रोटीन ही नहीं, बल्कि विटामिन A, B और C के साथ-साथ मिनरल्स जैसे कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन भी पाए जाते हैं. ये सभी तत्व पशुओं की हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं. इसके अलावा, दूब घास में फाइबर की भी अच्छी मात्रा होती है, जो पशुओं के पाचन तंत्र को दुरुस्त रखती है और उन्हें बीमारियों से बचाती है.
बिना रसायन, पूरी तरह प्राकृतिक और सुरक्षित
सबसे खास बात यह है कि दूब घास प्राकृतिक रूप से उगती है और इसमें किसी भी तरह के रासायनिक उर्वरक या कीटनाशक की जरूरत नहीं होती. यह पूरी तरह जैविक होती है और इसलिए पशुओं के लिए एकदम सुरक्षित है. एकस्पर्ट का कहना है कि रासायनिक चारे में अक्सर हानिकारक तत्व रह जाते हैं, जो पशुओं की सेहत पर बुरा असर डालते हैं। दूब घास ऐसे किसी भी खतरे से मुक्त होती है.
पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद
दूब घास न केवल पशुओं के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी लाभकारी है. इसे उगाने में किसी भी हानिकारक रसायन का उपयोग नहीं होता, जिससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है. यह घास मिट्टी को बांधकर रखती है और मिट्टी के कटाव को भी रोकती है. यही कारण है कि ग्रामीण इलाकों में आज भी इसे चराई के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
आसान और किफायती विकल्प
एकस्पर्ट का कहना है कि दूब घास आसानी से उपलब्ध होती है और इसे उगाना भी बेहद आसान है. यह तेजी से फैलती है और ज्यादा देखरेख की जरूरत नहीं होती. यही कारण है कि यह छोटे और मध्यम स्तर के पशुपालकों के लिए एक किफायती और उपयोगी विकल्प बन जाती है. बरसात में जब बाकी चारे की उपलब्धता कम हो जाती है, तब दूब घास एक भरोसेमंद विकल्प बनकर उभरती है.