सॉफ्टवेयर में खेल करके गन्ना किसानों को चूना लगा रहे मिलर्स! तुलाई में गड़बड़ियों की शिकायत पर सख्त एक्शन

पेराई सीजन 2025-26 शुरू हो चुका है और यूपी में सभी चीनी मिलें चालू हो चुकी हैं. गन्ना आपूर्ति और घटतौली पर अंकुश लगाने के लिए राज्य सरकार ने सख्ती बढ़ा दी है. घटतौली की कुप्रथा को जड़ से समाप्त करने के लिये प्रभावी कदम उठाने के निर्देश परिक्षेत्रीय अधिकारियों को दिये गये हैं.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Published: 12 Dec, 2025 | 08:58 PM

 

उत्तर प्रदेश में गन्ना पेराई सीजन 2025-26 के तहत किसान चीनी मिलों पर अपना गन्ना लेकर जा रहे हैं. लेकिन, किसान आरोप लगाते आ रहे हैं कि मिलों और पेराई कारखानों पर तुलाई सॉफ्टवेयर में खेलकर उन्हें चूना लगाया जा रहा है. तुलाई में गड़बड़ियों की शिकायत पर उत्तर प्रदेश सरकार ने सख्ती बरतते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. सरकारी निर्देशों में कहा गया है कि घटतौली होने पर गन्ना तौल में प्रयुक्त होने वाले वेब्रिज व सॉफ्टवेयर में छेड़छाड़ पाये जाने पर चीनी मिल एवं सॉफ्टवेयर प्रदाता कम्पनियों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गन्ना घटतौली के मामलों की सुनवाई के करते हुए गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने किसान हित में प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास वीना कुमारी को घटतौली रोकने और दोषियों पर एक्शन लेने के निर्देश दिए हैं. गन्ना आयुक्त ने प्रदेश की समस्त चीनी मिलों के गेट और वाह्य गन्ना क्रय केन्द्रों पर संस्थापित तौलन यंत्रों के सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर, एएमसी प्रदाताओं एवं चीनी मिलों के आईटी प्रमुखों के साथ वर्चुअल हुई.

उन्होंने बताया कि पेराई सत्र 2025-26 शुरू हो चुका है तथा प्रदेश में समस्त चीनी मिलें संचालित हो चुकी हैं और उनकी ओर से चीनी मिल गेट और वाह्य गन्ना क्रय केन्द्रों के माध्यम से गन्ना खरीद की जा रही है. गन्ना आपूर्ति सुनिश्चित कराने तथा घटतौली पर प्रभावी अंकुश लगाये जाने के दृष्टिगत व्यापक दिशा निर्देश जारी किये गये हैं. इन दिशा-निर्देशों को धरातल स्तर पर पालन कराने तथा घटतौली की कुप्रथा को जड़ से समाप्त करने के लिये प्रभावी कदम उठाने के निर्देश परिक्षेत्रीय अधिकारियों को दिये गये हैं.

तौल के बाद कैलिब्रेशन यंत्र को सील किया जाए

प्रदेश के गन्ना किसानों के आर्थिक हितों की रक्षा करने एवं घटतौली रोकने हेतु समस्त चीनी मिलों के गन्ना तौल में प्रयुक्त होने वाले इलेक्ट्रानिक तौलन पट्ट (वेब्रिज) की शुद्धता को प्रत्येक दशा में अभेद्य (Foolproof) रखने तथा उसमें किसी भी प्रकार की छेड़-छाड़ (Tampering) एवं अवांछित कैलिब्रेशन (Calibration) की संभावना समाप्त करने हेतु प्राथमिकता के आधार पर वेब्रिजों पर कैलिब्रेशन (Calibration) को रिसेट से बचाने हेतु प्रत्येक जांच के बाद कैलिब्रेशन यंत्र को सील कर दिया जाए तथा तौल वेत्रिजों में केवल डाटा आउटपुट की सुविधा ही उपलब्ध हो, इनपुट की सुविधा उपलब्ध न हो, जिससे कि वास्तविक डाटा ही प्रदर्शित हो सके. इस दिशा में विभाग की कठोर कदम उठाये जा रहे है.

चीनी मिलों के आईटी सर्विस प्रोवाइडर को सख्त निर्देश

बैठक में ऑनलाइन जुड़े चीनी मिलों के आई.टी. प्रमुख उनके सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर एवं ए. एम.सी. प्रदात्ताओं को यह भी निर्देश दिये गये कि चीनी मिलों के जरिए गन्ना तौल हेतु प्रयोग किये जा रहे अपने हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेयर को प्रत्येक स्तर पर सुधारात्मक उपाय (Corrective measures) करते हुए उन्हें अभेद्य (Foolproof) छेड़छाड़ (Tampering) रहित रखा जाए, जिसमें किसी प्रकार से गन्ने के वास्तविक वजन के साथ कोई हेरफेर न की जा सके. यदि परीक्षण व औचक छापामार जांच दल द्वारा वेब्रिज या सॉफ्टवेयर में कोई भी छेड़-छाड़ (Tampering) पायी गयी तो चीनी मिल के साथ-साथ हार्डवेयर व सॉफ्टवेयर प्रदाता कंपनियों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी.

यह भी निर्देशित किया गया कि चीनी मिल गेट की भाति वाह्य गन्ना क्रय केन्द्रों पर भी सी.सी.टी.वी कैमरे लगाया जाना अपनी कार्ययोजना में सम्मिलित करें. जिससे किसी भी दशा में किसानों के गन्ना आपूर्ति एवं तौल सम्बन्धी समस्याओं का त्वरित निस्तारण करते हुए दोषियों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही सुनिश्चित करायी जा सके.

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