भारत के टॉप 5 इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर: अब खेती में आएगी नई क्रांति, ईंधन खर्च होगा शून्य!

बिजली से चलने वाले ये ट्रैक्टर न केवल डीजल और पेट्रोल की निर्भरता कम करते हैं, बल्कि मेंटेनेंस भी बहुत सस्ता होता है. यही वजह है कि आज छोटे से बड़े किसान तक इन ट्रैक्टरों की ओर रुख कर रहे हैं.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 6 Oct, 2025 | 03:41 PM

Electric Tractors: कभी खेतों में डीजल की गंध और इंजन की घर्र-घर्र आवाज खेती की पहचान हुआ करती थी. लेकिन अब वक्त बदल रहा है. जैसे-जैसे देश इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर बढ़ रहा है, वैसे-वैसे किसान भी इस बदलाव में पीछे नहीं हैं. अब खेतों में भी “इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर” की एंट्री हो चुकी है, जो न सिर्फ खेती को आसान बना रहे हैं, बल्कि खर्च भी घटा रहे हैं और पर्यावरण को भी सुरक्षित रख रहे हैं.

बिजली से चलने वाले ये ट्रैक्टर न केवल डीजल और पेट्रोल की निर्भरता कम करते हैं, बल्कि मेंटेनेंस भी बहुत सस्ता होता है. यही वजह है कि आज छोटे से बड़े किसान तक इन ट्रैक्टरों की ओर रुख कर रहे हैं. तो आइए जानते हैं भारत के 5 सबसे लोकप्रिय इलेक्ट्रिक ट्रैक्टरों के बारे में, जो खेती का चेहरा बदल रहे हैं.

सोनालिका टाइगर इलेक्ट्रिक 2WD छोटे किसानों का साथी

सोनालिका का यह ट्रैक्टर छोटे और मध्यम खेतों के लिए बेहतरीन विकल्प है. इसमें 15 HP का इलेक्ट्रिक मोटर दिया गया है, जो इसे दमदार बनाता है. इसकी लिफ्टिंग क्षमता 500 किलो तक है, जिससे हल्की जुताई, बीज बुवाई और खेत समतल करने जैसे काम आसानी से किए जा सकते हैं.

सबसे खास बात यह है कि यह पूरी तरह शोर-रहित है और इसका संचालन बहुत सरल है. बैटरी एक बार चार्ज करने पर 8 घंटे तक काम करती है.

सोनालिका टाइगर इलेक्ट्रिक 4WD भारी कामों के लिए परफेक्ट

अगर आपका खेत बड़ा है और मिट्टी कड़ी है, तो यह 4-व्हील ड्राइव मॉडल आपके काम का है. इसमें 800 किलो तक लिफ्टिंग कैपेसिटी है और इसकी स्पीड करीब 25 किमी/घंटा तक जा सकती है. यह खेतों में भारी काम जैसे ट्रॉली खींचना या सिंचाई उपकरण चलाने में बेहद असरदार साबित होता है. साथ ही इसे 5 साल की वारंटी मिलती है, जिससे किसानों का भरोसा और भी मजबूत होता है.

महिंद्रा ई-अल्फा मिनी बागों और छोटे खेतों के लिए खास

महिंद्रा ई-अल्फा मिनी कॉम्पैक्ट और बजट-फ्रेंडली ट्रैक्टर है. इसमें 10.5 HP की मोटर है जो छोटे खेतों, सब्जी की खेती और बागवानी के लिए एकदम उपयुक्त है. इसका छोटा आकार इसे संकरे खेतों और पगडंडियों में भी आसानी से चलने योग्य बनाता है.

यह प्रदूषण मुक्त, कम शोर वाला और बेहद टिकाऊ विकल्प है यानी जो किसान शुरुआत कर रहे हैं, उनके लिए यह एक बढ़िया चुनाव है.

एइचर 380 EV ताकतवर और भरोसेमंद साथी

40 HP की पावर के साथ आने वाला एइचर 380 EV बड़े किसानों के बीच काफी लोकप्रिय है. इसकी लिफ्टिंग कैपेसिटी 1800 किलो तक है, जिससे भारी कृषि उपकरण चलाना आसान हो जाता है. यह ट्रैक्टर लंबी बैटरी लाइफ के लिए जाना जाता है, जो एक बार चार्ज में कई घंटे काम करता है. डीजल ट्रैक्टरों की तुलना में इसका मेंटेनेंस खर्च बेहद कम है, जिससे लंबे समय में बड़ी बचत होती है.

अतुल एलीट इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर पर्यावरण के साथ समझौता नहीं

12 HP पावर वाला यह हल्का ट्रैक्टर छोटे खेतों और बागानों के लिए आदर्श है. इसका डिजाइन सिंपल लेकिन कुशल है, और यह खेतों में बेहद स्मूद चलता है. इसकी बैटरी 6-8 घंटे तक निरंतर काम करती है. इसका रखरखाव लगभग शून्य है और यह पूरी तरह पर्यावरण के अनुकूल है.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

किस देश को दूध और शहद की धरती (land of milk and honey) कहा जाता है?

Poll Results

भारत
0%
इजराइल
0%
डेनमार्क
0%
हॉलैंड
0%